Public Holiday – पंजाब के विद्यार्थियों और सरकारी कर्मचारियों के लिए एक राहतभरी खबर आई है। सरकार ने 30 मई, शुक्रवार को श्री गुरु अर्जन देव जी के शहीदी दिवस के मौके पर पूरे राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। इसका मतलब ये है कि इस दिन स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तर और बैंक पूरी तरह से बंद रहेंगे। गर्मी में जब सभी को थोड़ी राहत की जरूरत होती है, ऐसे में ये छुट्टी किसी वरदान से कम नहीं है।
शहीदी दिवस के मौके पर मिलेगा पूरा दिन का आराम
पंजाब सरकार ने इस साल 30 मई को श्री गुरु अर्जन देव जी की शहादत की याद में छुट्टी देने का ऐलान किया है। ये एक गजटेड छुट्टी होगी, यानी ये सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त और घोषित अवकाश है। इसका मतलब है कि सभी शैक्षणिक संस्थान, सरकारी कार्यालय, बैंक और अन्य सरकारी विभाग इस दिन बंद रहेंगे। छात्रों को पढ़ाई से और कर्मचारियों को ऑफिस की भागदौड़ से एक दिन की राहत जरूर मिलेगी। यह फैसला खासतौर पर धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
मई महीने की दूसरी और आखिरी गजटेड छुट्टी
अगर मई महीने की छुट्टियों पर नजर डालें, तो यह दूसरा और आखिरी गजटेड अवकाश है। पहली छुट्टी 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर दी गई थी, जो गुरुवार को पड़ा था। उसके बाद लंबा अंतराल रहा और अब महीने के आखिर में 30 मई को फिर से सार्वजनिक अवकाश मिल रहा है। गर्मी के इस मौसम में जब सभी को एक ब्रेक की जरूरत महसूस होती है, ऐसे में ये छुट्टी एक बड़ी राहत बनकर आई है।
अप्रैल रहा था छुट्टियों के नाम
अगर हम पिछले महीने यानी अप्रैल की बात करें, तो उसमें कुल 7 गजटेड छुट्टियां थीं। उस महीने लोगों को बार-बार आराम करने का मौका मिला और काम के साथ-साथ निजी जीवन को भी संभालने का समय मिला। लेकिन मई में छुट्टियों की संख्या कम होने की वजह से 30 मई की छुट्टी को लेकर लोगों में खास उत्साह है। लोग इस दिन को धार्मिक भावना और आराम दोनों के रूप में देखने लगे हैं।
धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से खास है यह दिन
श्री गुरु अर्जन देव जी सिख धर्म के पांचवें गुरु थे। उन्होंने अपने जीवन में अनेक धार्मिक और सामाजिक सुधार किए। उनकी शहादत सिख इतिहास में एक महान बलिदान के रूप में दर्ज है। हर साल उनकी याद में पूरे पंजाब में विशेष धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। गुरुद्वारों में कीर्तन, सेवा और लंगर की व्यवस्था होती है। इस दिन लोग अपने परिवार सहित गुरुद्वारों में जाकर अरदास करते हैं और गुरु जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। सरकारी छुट्टी का उद्देश्य भी यही है कि लोग इस दिन को पूरी श्रद्धा और शांति से मना सकें।
छुट्टी का मतलब सिर्फ आराम नहीं, बल्कि आत्मचिंतन का मौका भी
बहुत से लोग छुट्टियों को सिर्फ आराम और मौज-मस्ती का जरिया समझते हैं, लेकिन ऐसे ऐतिहासिक और धार्मिक दिनों की छुट्टियों का उद्देश्य लोगों को अपने इतिहास और संस्कृति से जोड़ना होता है। श्री गुरु अर्जन देव जी की शहादत हमें सिखाती है कि सच्चाई और धर्म के मार्ग पर चलने के लिए कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। ऐसे मौकों पर हम सबको मिलकर अपने पूर्वजों के बलिदानों को याद करना चाहिए और उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
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