Monsoon Update – इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून ने अपनी समय से पहले दस्तक देकर सबको चौंका दिया है। केरल से होते हुए अब ये महाराष्ट्र तक पहुंच गया है और आने वाले दिनों में इसके प्रभाव से देश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलने वाला है। मौसम विभाग (IMD) की मानें तो 27 मई से लेकर 31 मई तक देश के कई हिस्सों में तेज बारिश, आंधी-तूफान और ओलावृष्टि देखने को मिल सकती है। इससे एक तरफ जहां गर्मी से राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर भारी बारिश और तेज हवाओं से जनजीवन पर असर भी पड़ेगा।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की रिकॉर्डतोड़ एंट्री
इस साल मानसून ने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए समय से पहले केरल में एंट्री मारी है। सिर्फ केरल ही नहीं, अब महाराष्ट्र में भी इसकी दस्तक हो चुकी है। 35 साल में पहली बार ऐसा हुआ है जब महाराष्ट्र में मई महीने में ही मानसून पहुंच गया हो। इसका असर अब धीरे-धीरे देश के अन्य हिस्सों में भी दिखने लगा है। कई राज्यों में सुबह-सुबह तेज बारिश और बादल गरजने की खबरें आ रही हैं।
महाराष्ट्र और गुजरात में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने महाराष्ट्र और गुजरात के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। खासकर मुंबई, पुणे और आसपास के इलाकों में तेज हवाओं (50-70 किमी प्रति घंटा) के साथ भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है। मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा में भी 30 मई तक लगातार मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। ऐसे में लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी बदलेगा मौसम का मिजाज
छत्तीसगढ़ में प्री-मानसून की दस्तक हो चुकी है। यहां गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल रही है, जिससे गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है। वहीं राजस्थान में 28 मई के बाद मौसम में सुधार के संकेत हैं। फिलहाल वहां तेज गर्म हवाएं और धूल भरी आंधियां जारी हैं, लेकिन जल्द ही बारिश की शुरुआत से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।
दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में येलो अलर्ट
दिल्ली-एनसीआर में भी सुबह तेज बारिश ने मौसम को ठंडा कर दिया है। मौसम विभाग ने यहां येलो अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि अगले कुछ दिनों तक गरज-चमक के साथ 50 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। साथ ही ओलावृष्टि की भी संभावना है। इससे गर्मी से राहत तो जरूर मिलेगी, लेकिन बाहर निकलते वक्त सावधानी बरतना जरूरी होगा।
केरल, कर्नाटक और उत्तर-पूर्वी राज्यों में भारी बारिश का अनुमान
केरल और कर्नाटक के समुद्री इलाकों में भारी बारिश के साथ तेज हवाओं और ऊंची लहरों की चेतावनी दी गई है। वहां के मछुआरों और तटीय इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहने को कहा गया है। वहीं उत्तर-पूर्वी भारत में असम, मेघालय, नगालैंड जैसे राज्यों में भी 25 से 31 मई तक भारी बारिश होने की संभावना है।
बिगड़ते मौसम में क्या रखें ध्यान
मौसम विभाग ने साफ कहा है कि इन दिनों लोग अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर उन इलाकों में जहां रेड या येलो अलर्ट जारी किया गया है। समुद्री इलाकों में जाने से परहेज करें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों और उपकरणों की सुरक्षा सुनिश्चित करें, ताकि बारिश और तूफान से नुकसान न हो।
देश भर में मानसून की यह तेज रफ्तार जहां गर्मी से परेशान लोगों के लिए राहत लेकर आई है, वहीं इसकी तीव्रता और व्यापक प्रभाव से चिंता भी बढ़ गई है। मानसून की यह शुरुआत साफ तौर पर बता रही है कि आने वाला सीजन सामान्य नहीं रहने वाला।
Disclaimer
इस लेख में दी गई जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान पर आधारित है। मौसम की स्थिति समय और क्षेत्र के अनुसार बदल सकती है, इसलिए किसी भी निर्णय से पहले स्थानीय प्रशासन और आधिकारिक स्रोतों से ताज़ा जानकारी अवश्य प्राप्त करें। यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है।