Indian Railway New Trains – त्योहारी सीजन की भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी है। 18 अक्टूबर 2025 से पूरे देश में 20 नई ट्रेनों की शुरुआत होने जा रही है। इन ट्रेनों के लिए टिकट बुकिंग पहले से ही शुरू हो चुकी है और आप इसे IRCTC की वेबसाइट या ऐप से बुक कर सकते हैं। रेलवे का कहना है कि यह कदम खासकर दशहरा, दिवाली जैसे मौकों पर ट्रैफिक लोड कम करने और यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए उठाया गया है।
क्यों शुरू की गईं ये ट्रेनें?
रेलवे मंत्रालय और रेलवे बोर्ड की साझा योजना के तहत इन ट्रेनों को ऐसे रूट्स पर चलाया जा रहा है जहां त्योहारों के दौरान भारी भीड़ होती है। इससे लोगों को सफर में राहत मिलेगी और भीड़भाड़ से बचा जा सकेगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि ये पहल न केवल यात्रियों की सुविधा के लिए है, बल्कि देश की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को और स्मार्ट और एडवांस बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
कौन-कौन सी ट्रेनें शुरू हो रही हैं?
इन 20 ट्रेनों में वंदे भारत, अमृत भारत, पूजा स्पेशल, एक्सप्रेस और साप्ताहिक स्पेशल जैसी कई कैटेगरी की ट्रेनें शामिल हैं। उदाहरण के तौर पर, बक्सर से टाटानगर तक एक स्पेशल ट्रेन (08183/08184), रांची से आनंद विहार पूजा स्पेशल (02877), पटना से नई दिल्ली वंदे भारत (02253/02254) और बरेली से प्रयागराज एक्सप्रेस (14308) शुरू की जा रही हैं। इसके अलावा मुंबई से मडगांव, मथुरा से कोटा, अहमदाबाद से वाराणसी और नागपुर से पुणे तक भी नई ट्रेनों की सुविधा दी गई है।
नई बुकिंग पॉलिसी का क्या मतलब है?
रेलवे ने टिकट बुकिंग सिस्टम को और ज्यादा सुरक्षित और ट्रांसपेरेंट बनाने के लिए 1 अक्टूबर 2025 से एक नया नियम लागू किया है। अब टिकट बुकिंग के शुरुआती 15 मिनट केवल उन्हीं यूजर्स के लिए होंगे जिनका IRCTC अकाउंट आधार से लिंक है। इसका मकसद है कि टिकट दलाल और बॉट सॉफ्टवेयर से बुकिंग करने वालों पर लगाम लगे और असली यात्री आसानी से टिकट बुक कर पाएं। हालांकि यह नियम सिर्फ ऑनलाइन बुकिंग पर लागू है, रेलवे काउंटर से टिकट लेने वाले यात्रियों पर नहीं।
रेलवे में हो रहा है बड़ा बदलाव
रेलवे लगातार अपने सिस्टम को अपग्रेड कर रहा है। अभी देश में 156 वंदे भारत, 30 अमृत भारत और 4 नामो भारत ट्रेनें चल रही हैं। आने वाले समय में वंदे भारत 4.0 वर्जन भी लॉन्च होगा जिसमें आरामदायक सीटें, नॉइस फ्री कोच और हाई स्पीड की सुविधा होगी। सरकार ने इसके लिए 1.16 लाख करोड़ रुपये का बजट भी पास किया है। ये पैसा रेलवे स्टेशनों के रिडेवलपमेंट, इंजन मैन्युफैक्चरिंग और सुरक्षा व्यवस्था पर खर्च किया जाएगा।
यात्रियों को क्या-क्या फायदा होगा?
इन नई ट्रेनों से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि त्योहारों पर टिकट की मारामारी कम होगी। शहरों और गांवों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी और लोगों को ज्यादा विकल्प मिलेंगे। मॉडर्न कोच और नई टेक्नोलॉजी से सफर भी पहले से ज्यादा आरामदायक और सेफ होगा। ऊपर से जो नई बुकिंग पॉलिसी लागू हुई है उससे दलालों की मनमानी भी खत्म होगी और आम यात्रियों को सही वक्त पर टिकट मिल पाएगा।
“विकसित भारत विजन 2047” की ओर कदम
रेलवे का ये प्रयास केवल आज की जरूरतों को नहीं, बल्कि भविष्य की प्लानिंग को भी मजबूत कर रहा है। सरकार का लक्ष्य है कि 2047 तक भारत के ट्रांसपोर्ट सिस्टम को पूरी तरह आधुनिक और टिकाऊ बनाया जाए। इसी विजन के तहत 7000 किलोमीटर का डेडिकेटेड पैसेंजर कॉरिडोर बनाने की योजना भी जारी है। यानी आज की ये 20 नई ट्रेनें, कल के स्मार्ट इंडिया की नींव हैं।
Disclaimer
यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें जो भी डेटा और तथ्य बताए गए हैं, वे रेलवे मंत्रालय, PIB, और IRCTC जैसे अधिकृत सरकारी स्रोतों पर आधारित हैं। हम यात्रियों से अनुरोध करते हैं कि किसी भी यात्रा से पहले संबंधित ट्रेन की पुष्टि IRCTC पोर्टल या रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट से जरूर करें। ट्रेनों के शेड्यूल, बुकिंग नियम या किसी तरह के बदलाव की ज़िम्मेदारी केवल संबंधित संस्था की होगी। इस लेख में दी गई जानकारी से होने वाले किसी भी नुकसान के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं होगा।