सोना होगा 7 लाख के पार, नई रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा Gold Rate Hike

By Prerna Gupta

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Gold Rate Hike

Gold Rate Hike – अगर आप सोच रहे हैं कि इस साल सोने के दामों में जो उछाल आया है, वही असली तस्वीर है, तो जरा रुकिए। असली खेल तो अभी बाकी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आने वाले कुछ सालों में सोने के दाम इतने ऊपर पहुंच सकते हैं कि 10 ग्राम सोना खरीदने से पहले लोग सोचेंगे कि गाड़ी ले लें या फिर सोना ही खरीदें! शादी-ब्याह और धार्मिक अनुष्ठानों का बजट भी इसी के साथ भारी होने वाला है।

सोने के दामों में इस साल का उछाल सिर्फ ट्रेलर है

इस साल सोने के दामों में रिकॉर्ड तेजी देखी गई है, लेकिन जानकारों के अनुसार यह उछाल बस शुरुआत है। यह रिकॉर्ड ज्यादा दिन टिकने वाला नहीं, क्योंकि जल्द ही नए रिकॉर्ड बनने वाले हैं। आने वाले वर्षों में सोने की कीमतें सातवें आसमान को छू सकती हैं। लिकटेंस्टीन स्थित निवेश और परिसंपत्ति प्रबंधन फर्म ‘इंक्रीमेंटम’ की गोल्ड वी ट्रस्ट रिपोर्ट 2025 में बताया गया है कि सोने की कीमतें आने वाले समय में 8,900 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं, जो भारतीय रुपये में लगभग 7,55,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास होगी।

फिलहाल क्या है सोने की कीमत

देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो फिलहाल 10 ग्राम सोने की कीमत करीब 98,000 रुपये के आसपास है। लेकिन जैसे-जैसे वैश्विक आर्थिक हालात बदल रहे हैं और महंगाई बढ़ रही है, वैसे-वैसे निवेशक सोने की ओर रुख कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, डॉलर के मुकाबले सोने की कीमतों में धीरे-धीरे तेजी आती जाएगी और आने वाले सालों में यह उछाल एक नया कीर्तिमान बना सकता है।

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4800 से 8900 डॉलर तक जा सकता है सोना

गोल्ड वी ट्रस्ट रिपोर्ट में यह साफ किया गया है कि यह बढ़त कोई कुछ महीने या एक-दो साल की बात नहीं है। रिपोर्ट का दावा है कि 2030 तक सोना 8,900 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। यानी 2025 से 2030 के बीच सोने में एक लंबी और मजबूत तेजी देखने को मिल सकती है। अगर महंगाई, मौद्रिक नीति और वैश्विक हालात ऐसे ही बने रहे तो सोना आने वाले समय में सबसे सुरक्षित और मुनाफे वाला निवेश बन सकता है।

महंगाई और आर्थिक अस्थिरता हैं कारण

सोने की कीमतों में इस संभावित उछाल का बड़ा कारण बढ़ती महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता को माना जा रहा है। जब बाजार में अस्थिरता रहती है और मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्पों की तलाश में रहते हैं – और सोना सदियों से ऐसा ही विकल्प रहा है। यही कारण है कि अगली पांच सालों में सोने की कीमतें पूरी तरह से इन कारकों पर निर्भर करेंगी। इसके अलावा, मौद्रिक नीतियों और भू-राजनीतिक हालात का असर भी सोने की दिशा तय करेगा।

निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह

रिपोर्ट में निवेशकों को सलाह दी गई है कि वे सोने के इस बढ़ते ट्रेंड को हल्के में न लें। यह तेजी लंबे समय तक टिक सकती है और सोने में निवेश करने का यह अच्छा समय हो सकता है। हालांकि, यह भी ध्यान देने वाली बात है कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव भी तेज होता है। इसलिए निवेशक जल्दबाजी में फैसला न लें, बल्कि सोने के बाजार की चाल पर नज़र बनाए रखें और सोच-समझकर निवेश करें।

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क्या कहता है ग्लोबल डेटा

गोल्ड वी ट्रस्ट रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक बाजार और पारिवारिक निवेश कार्यालय आमतौर पर अपने पोर्टफोलियो में सिर्फ 1 प्रतिशत ही सोने में निवेश करते हैं। बाकी पैसा वे रियल एस्टेट, प्राइवेट इक्विटी या नकद जैसे विकल्पों में लगाते हैं। हालांकि अब आर्थिक अनिश्चितता और अस्थिरता को देखते हुए दुनिया भर के निवेशकों का रुझान धीरे-धीरे सोने की तरफ बढ़ने लगा है।

2029 तक क्या हो सकता है सोने का हाल

गल्फ न्यूज और जेपी मॉर्गन जैसी बड़ी संस्थाओं का भी मानना है कि आने वाले वर्षों में सोने की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो सकती है। जेपी मॉर्गन का अनुमान है कि 2029 तक सोना 6,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। यानी मौजूदा कीमतों के मुकाबले करीब 80% की वृद्धि संभव है।

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यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारियां किसी निवेश सलाह का हिस्सा नहीं हैं। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना जरूरी है। बाजार में जोखिम हमेशा बना रहता है, इसलिए किसी भी प्रकार का निवेश सोच-समझकर करें।

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