E-Shram Card – देशभर के करोड़ों असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए केंद्र सरकार की ई-श्रम योजना किसी वरदान से कम नहीं है। इस योजना के तहत मिलने वाला ई-श्रम कार्ड अब सिर्फ एक पहचान पत्र नहीं, बल्कि एक ऐसा साधन बन चुका है जो मजदूरों को वित्तीय सहारा देने के साथ-साथ उन्हें सामाजिक सुरक्षा भी प्रदान कर रहा है। सरकार ने इस कार्ड के जरिए श्रमिकों को सीधे मदद देने की शुरुआत की है, जिससे उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है।
ई-श्रम कार्ड से मिलने वाले फायदे
ई-श्रम कार्ड रखने वाले मजदूरों को सरकार की ओर से कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। इसमें सबसे बड़ा फायदा है मासिक भत्ता। मजदूरों को हर महीने ₹1000 से लेकर ₹2500 तक की राशि उनके बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। यह भत्ता खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो बेरोजगारी या कम आमदनी के चलते कठिनाई झेल रहे हैं। इतना ही नहीं, युवाओं के लिए इसमें खास बेरोजगारी भत्ता भी दिया जा रहा है ताकि उन्हें कम से कम अपनी बुनियादी जरूरतें पूरी करने में मदद मिल सके। साथ ही, मनरेगा जैसी योजनाओं से काम पाने में भी ई-श्रम कार्ड मददगार साबित हो रहा है। इससे मजदूरों को मजदूरी के काम मिलते हैं और उनके लिए एक स्थायी आय का जरिया बनता है।
सेहत और इलाज में भी मददगार
ई-श्रम योजना के तहत सरकार ने श्रमिकों और उनके परिवार की सेहत को भी प्राथमिकता दी है। कई मामलों में देखा गया है कि गरीब मजदूर बीमार होने पर इलाज नहीं करवा पाते थे, लेकिन अब उन्हें चिकित्सा भत्ते के तौर पर आर्थिक सहायता दी जाती है। इस मदद से वो सरकारी और कुछ प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा पा रहे हैं। इससे स्वास्थ्य को लेकर उनकी चिंता काफी हद तक कम हो गई है और वे पहले से ज्यादा आत्मनिर्भर महसूस कर रहे हैं।
आपदा में बना भरोसेमंद साथी
ई-श्रम कार्ड केवल आम दिनों में ही नहीं, बल्कि आपदा और संकट की घड़ी में भी मजदूरों का साथ देता है। कोविड महामारी के दौरान जब लाखों मजदूरों की नौकरियां छिन गईं और खाने तक के लाले पड़ गए, तब सरकार ने इसी योजना के तहत आर्थिक सहायता दी। इससे कई परिवारों को उस कठिन समय में राहत मिली और उन्हें दो वक्त की रोटी मयस्सर हुई। इससे श्रमिकों में सरकार के प्रति भरोसा और देश के प्रति लगाव भी गहरा हुआ है। यही नहीं, इस पहल ने सामाजिक स्थायित्व और लोगों के सशक्तिकरण में भी अहम भूमिका निभाई है।
सरकारी भत्ते पाने की प्रक्रिया
अगर कोई मजदूर ई-श्रम कार्ड से मिलने वाली सरकारी सहायता का लाभ लेना चाहता है तो उसके लिए कुछ जरूरी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। सबसे पहले उसका बैंक खाता DBT यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के लिए पंजीकृत होना चाहिए। साथ ही उस खाते में KYC भी पूरी होनी चाहिए और आधार कार्ड के साथ मोबाइल नंबर भी लिंक होना जरूरी है। अगर खाते में कोई तकनीकी समस्या है या उस पर रोक लगी है, तो पहले उसे सही कराना जरूरी है। इन शर्तों को पूरा करने के बाद ही सरकार द्वारा दी जाने वाली राशि सीधे श्रमिक के खाते में पहुंचती है।
ई-श्रम योजना का असर
इस योजना के तहत मिलने वाले फायदे अब जमीनी स्तर पर दिखने लगे हैं। बहुत से मजदूर जिन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उन्हें सरकार से सीधी मदद मिलेगी, आज वे इस योजना के जरिए अपने बच्चों की पढ़ाई, घर का किराया, दवा-इलाज जैसे जरूरी खर्च आसानी से पूरा कर पा रहे हैं। इससे उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है और वे खुद को आर्थिक रूप से ज्यादा सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। सरकार की यह पहल असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए उम्मीद की किरण साबित हो रही है और उन्हें एक सम्मानजनक जीवन जीने की दिशा में आगे बढ़ा रही है।
Disclaimer
यह लेख जानकारी देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें दी गई सूचनाएं विभिन्न सरकारी स्रोतों और रिपोर्ट्स पर आधारित हैं। किसी भी योजना का लाभ उठाने से पहले संबंधित सरकारी वेबसाइट या विभाग से पूरी जानकारी और पात्रता की पुष्टि अवश्य कर लें। लेख में दिए गए आंकड़े समय के साथ बदल सकते हैं।