CBSE Board Exam 2025 – सीबीएसई से जुड़े लाखों छात्रों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी सामने आई है। शिक्षा मंत्रालय ने एक ऐसा ऐलान किया है जिससे न सिर्फ छात्रों की टेंशन कम होगी, बल्कि उनके पास अब बेहतर स्कोर करने के दो मौके भी होंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में घोषणा की है कि अब सीबीएसई 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। यह फैसला राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत लिया गया है, जो शिक्षा प्रणाली को ज्यादा लचीला और छात्र केंद्रित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
परीक्षा पैटर्न में ऐतिहासिक बदलाव
शिक्षा व्यवस्था में यह बदलाव ऐतिहासिक माना जा रहा है क्योंकि अब तक बोर्ड परीक्षाएं साल में एक बार ही होती थीं। लेकिन 2025 से सीबीएसई 10वीं के छात्रों को दो बार बोर्ड परीक्षा देने का विकल्प मिलेगा। इसका मतलब यह है कि अगर कोई छात्र पहली परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता, तो उसके पास दूसरी परीक्षा में अपनी गलती सुधारने और बेहतर नंबर लाने का मौका रहेगा। इससे छात्रों पर पढ़ाई का दबाव कम होगा और वे ज्यादा आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दे सकेंगे।
छात्रों में खुशी की लहर
इस फैसले के बाद से सीबीएसई के छात्रों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। कई छात्रों ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा है कि अब उन्हें एक ही परीक्षा में सब कुछ दांव पर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके साथ ही यह भी देखा गया है कि शिक्षक और अभिभावक भी इस कदम से खुश हैं क्योंकि यह बदलाव छात्रों की मानसिक सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। साल में दो बार परीक्षा होने से छात्र ज्यादा बेहतर तरीके से अपनी पढ़ाई को प्लान कर सकेंगे और उनके पास आत्म-मूल्यांकन का भी मौका रहेगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का अहम हिस्सा
यह बदलाव सीधे तौर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का हिस्सा है, जिसका मकसद है शिक्षा को ज्यादा समावेशी, लचीला और छात्र केंद्रित बनाना। इस नीति के तहत सरकार ऐसी शिक्षा प्रणाली विकसित करना चाहती है जो सिर्फ अंकों पर आधारित न होकर, छात्रों की पूरी क्षमता और कौशल को पहचानने का मौका दे। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस बदलाव को “क्रांतिकारी” बताते हुए कहा कि इससे भारत की शिक्षा प्रणाली अधिक मानवीय और व्यावहारिक बन पाएगी।
इसी सत्र से होगा लागू
शिक्षा मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि दो बार परीक्षा की प्रणाली इसी सत्र से लागू की जाएगी। यानी जो छात्र 2025 में 10वीं की परीक्षा देंगे, उन्हें यह सुविधा मिलेगी। अब छात्रों को साल में दो मौके मिलेंगे और वे अपने मन मुताबिक बेहतर स्कोर का चुनाव कर सकेंगे। इस बदलाव से वे छात्र जो पहली परीक्षा में किसी कारणवश अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते, उन्हें एक और मौका मिलेगा। इससे न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि फेल होने का डर भी काफी हद तक खत्म हो जाएगा।
छात्रों के लिए मिलेगा आत्म-अभिव्यक्ति का अवसर
यह निर्णय केवल एक परीक्षा प्रणाली का बदलाव नहीं है, बल्कि एक सोच में बदलाव को दर्शाता है। यह दिखाता है कि अब शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि छात्रों को उनकी पूरी क्षमताओं को सामने लाने का मौका भी दिया जाएगा। दो बार परीक्षा कराने से छात्रों के पास खुद को बेहतर तरीके से साबित करने का मौका होगा। साथ ही शिक्षकों और स्कूलों को भी नई तरह की पढ़ाई और मूल्यांकन के तरीके अपनाने की प्रेरणा मिलेगी। यह पूरे शिक्षा तंत्र में एक सकारात्मक ऊर्जा लाएगा।
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