Amrit Bharat Station Scheme – देशभर में ट्रेनों से सफर करने वालों की तादाद काफी ज्यादा है। ट्रेनों का सफर ना सिर्फ सस्ता होता है बल्कि आरामदायक भी माना जाता है। ऐसे में अगर रेलवे स्टेशन भी एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से लैस हो जाएं, तो सोचिए सफर का अनुभव कितना बेहतर हो सकता है। भारत सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना (Amrit Bharat Station Scheme) इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना के तहत देश के कई रेलवे स्टेशनों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं के साथ अपग्रेड किया जा रहा है। राजस्थान का जैसलमेर रेलवे स्टेशन भी अब इसी कड़ी में शामिल हो गया है।
140 करोड़ रुपये की लागत से बदल रही तस्वीर
उत्तर पश्चिम रेलवे के तहत आने वाला जैसलमेर रेलवे स्टेशन अब पूरी तरह से बदलने जा रहा है। करीब 140 करोड़ रुपये की लागत से इसका पुनर्विकास किया जा रहा है। स्टेशन का नया रूप किसी एयरपोर्ट से कम नहीं होगा। मुख्य द्वार से लेकर प्लेटफॉर्म तक, हर चीज को मॉडर्न टच दिया जा रहा है। लिफ्ट, एस्केलेटर, बिजलीकरण, वेटिंग रूम और प्रवेश-निकासी के लिए भव्य दरवाजे — सब कुछ यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है।
अंतिम चरण में चल रहा निर्माण कार्य
इस प्रोजेक्ट पर पिछले दो साल से काम चल रहा है और अब यह अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अधिकतर काम पूरे हो चुके हैं और अब सिर्फ इंटीरियर व कुछ तकनीकी काम बाकी हैं, जो अगले दो से तीन महीनों में पूरे कर लिए जाएंगे। जुलाई या अगस्त तक स्टेशन पूरी तरह से तैयार हो सकता है। जैसलमेर के स्थानीय लोग भी बेसब्री से इस काम के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं।
48 हजार वर्गफीट में बन रहा नया स्टेशन
पूरे स्टेशन का पुनर्निर्माण करीब 48 हजार वर्गफीट से ज्यादा क्षेत्र में किया जा रहा है। जैसलमेर की पहचान माने जाने वाले पीले पत्थर से मुख्य भवन और चारदीवारी को सजाया गया है। स्टेशन का डिज़ाइन पूरी तरह से आधुनिक होगा, लेकिन इसमें लोक कला की झलक भी नजर आएगी। यह स्टेशन उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल के 15 स्टेशनों में से एक है, जहां अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत काम हो रहा है।
अनुरक्षण डिपो भी बनेगा
स्टेशन के साथ-साथ 52 करोड़ रुपये की लागत से एक अनुरक्षण डिपो भी तैयार किया जाएगा, जिसमें दो स्टेबल लाइन, दो हैवी रिपेयर लाइन और एक वॉशिंग लाइन भी शामिल होगी। यह भविष्य में लंबी दूरी की ट्रेनों के संचालन में काफी मददगार साबित होगा।
मिलेंगी ये सुविधाएं
नई सुविधाओं की बात करें तो यहां यात्रियों के लिए एक बड़ा प्रवेश हॉल होगा, जिसमें कोच इंडिकेशन बोर्ड, वेटिंग रूम, शॉपिंग एरिया, फूड कोर्ट, होटल, बच्चों के खेलने की जगह और आराम करने के लिए बैठने की जगहें होंगी। इसके अलावा स्टेशन परिसर में टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर के लिए पार्किंग, ऑटो रिक्शा स्टैंड, बेहतर साइनेज, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं, नए प्लेटफॉर्म शेल्टर और 12 मीटर चौड़ाई का फुट ओवर ब्रिज भी बनाया जा रहा है।
हरियाली और पर्यावरण के लिए खास ध्यान
पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए स्टेशन पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इको-फ्रेंडली सिस्टम के तहत सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था भी होगी। स्टेशन की मुख्य इमारत 8227 वर्गमीटर क्षेत्रफल में फैली होगी, जिसमें ग्रीन बिल्डिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
नई ट्रेनों का सपना होगा साकार
स्टेशन पर हो रहे इन बड़े-बड़े निर्माण कार्यों से उम्मीद की जा रही है कि जैसलमेर से लंबी दूरी की नई ट्रेनों की शुरुआत भी जल्द हो सकती है। हर साल लाखों टूरिस्ट जैसलमेर आते हैं और यहां सेना व अर्धसैनिक बलों की भी बड़ी मौजूदगी है। ऐसे में जोधपुर और बीकानेर से चलने वाली कई लंबी दूरी की ट्रेनों को जैसलमेर तक बढ़ाया जा सकता है।
जल्द पूरा होगा सपना
रेलवे अधिकारियों के अनुसार जैसलमेर स्टेशन का निर्माण कार्य जुलाई या अगस्त तक पूरा हो सकता है। इसके बाद स्टेशन के नए रूप का लाभ यात्रियों को मिलेगा और संभव है कि नई ट्रेनों की शुरुआत से आवागमन और भी आसान हो जाए।
Disclaimer
यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी और समाचार रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारियां समय के साथ बदल सकती हैं। कृपया किसी भी योजना या प्रोजेक्ट से संबंधित अद्यतन जानकारी के लिए संबंधित विभाग या रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर जरूर जाएं।