Gold Rate – सोने और चांदी की कीमतें रोज़ाना बदलती रहती हैं। पिछले कुछ समय से सोने के दाम लगातार ऊपर जा रहे हैं, जिससे निवेशक और खरीददार थोड़ा कन्फ्यूज हो जाते हैं कि दिवाली तक सोने का भाव क्या होगा। अगर आप भी इस दिवाली पर सोना खरीदने का सोच रहे हैं, तो ये जानकारी आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकती है। पिछले कुछ महीनों से सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने के दाम और बढ़ सकते हैं। इसका कारण है वैश्विक आर्थिक स्थिति का अनिश्चित होना, राजनीतिक तनाव, और सोने की मांग में इजाफा। ऐसे में कहा जा रहा है कि दिवाली के आस-पास सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकती हैं।
आज का सोने-चांदी का भाव
अगर आज की बात करें तो 16 मई 2025 को सर्राफा बाजार में 22 कैरेट सोने की कीमत लगभग 87,350 रुपये प्रति 10 ग्राम है। वहीं 24 कैरेट सोना 95,280 रुपये प्रति 10 ग्राम पर मिल रहा है। 18 कैरेट सोने की कीमत भी 71,470 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब है। चांदी की कीमतों की बात करें तो 1 किलो चांदी लगभग 97,000 रुपये में बिक रही है। ये दाम रोज़ बदलते रहते हैं, लेकिन फिलहाल ये रेट्स मार्केट में चल रहे हैं।
2025 के अंत तक सोने की कीमतें
इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक सोने ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। जनवरी से अप्रैल के बीच सोने के दामों में करीब 29 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर यह ट्रेंड बना रहा तो साल के अंत तक सोने की कीमत 3,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि सोने का दाम 3,700 डॉलर प्रति औंस के करीब जा सकता है। यदि वैश्विक आर्थिक तनाव और बढ़ता है, तो कीमत 4,500 डॉलर प्रति औंस तक भी जा सकती है। इसका मतलब भारत में सोने की कीमत प्रति तोला 1,40,000 रुपये तक पहुंच सकती है।
दिवाली पर सोने का भाव कितना हो सकता है?
दिवाली के दौरान सोने की मांग स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि दिवाली तक सोने की इंटरनेशनल कीमत औसतन 3,675 डॉलर प्रति औंस के आसपास होगी। इसके आधार पर भारत में सोने का भाव 1,13,500 रुपये प्रति तोला हो सकता है। यदि मांग ज्यादा हुई तो ये कीमत 1,15,000 रुपये प्रति तोला तक भी जा सकती है। बताया जा रहा है कि इस साल के अंत तक ग्लोबल सेंट्रल बैंक और निवेशकों की तिमाही सोने की डिमांड करीब 710 टन तक पहुंच सकती है, जो सोने के दामों में और बढ़ोतरी कर सकती है।
सोने के दाम अचानक भी बदल सकते हैं
हालांकि, सोने के दाम अचानक नीचे भी आ सकते हैं। अगर केंद्रीय बैंक सोने की खरीद कम करते हैं या वैश्विक आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाती है, तो सोने की कीमतों पर असर पड़ेगा। ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि यह तेजी कितने लंबे समय तक टिकेगी। इसलिए निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।
चांदी के भाव में क्या होगा बदलाव?
चांदी की बात करें तो फिलहाल चांदी के दाम थोड़े कमजोर नजर आ रहे हैं, लेकिन साल के अंत तक इसमें बढ़ोतरी की संभावना है। भारत में चांदी की कीमत 1,10,000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है, जबकि इंटरनेशनल मार्केट में यह 39 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है। यह बढ़ोतरी आर्थिक अनिश्चितता और इंडस्ट्रियल डिमांड के कारण हो सकती है।
2028 तक सोने के दाम हो सकते हैं कम
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि 2028 तक सोने की कीमतों में गिरावट आ सकती है। तब सोना प्रति तोला करीब 65,500 रुपये तक सस्ता हो सकता है। इसकी वजह हो सकती है सोने की मांग में कमी और वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार। यदि अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर खत्म हो जाता है, टैरिफ कम होते हैं और मंदी की आशंका कम होती है, तो निवेशक अन्य विकल्पों की तरफ जा सकते हैं, जिससे सोने के दाम गिर सकते हैं।
यह लेख सामान्य जानकारी और मार्केट रिपोर्ट पर आधारित है। इसमें दी गई कीमतें और अनुमान समय के साथ बदल सकते हैं। निवेश करने से पहले अपनी आर्थिक स्थिति और जोखिम सहने की क्षमता का अच्छी तरह मूल्यांकन करें और जरूरी हो तो किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।