Sone Ka Taaja Bhav – आजकल हर कोई गोल्ड और सिल्वर की कीमतों पर नजर रखता है, क्योंकि ये सिर्फ गहनों की खरीदारी तक सीमित नहीं रह गईं, बल्कि ये एक बेहतर निवेश का भी जरिया बन चुकी हैं। मई 2025 में सोने और चांदी दोनों के भाव में गिरावट देखने को मिली है, जिससे निवेशकों से लेकर आम खरीदार तक हैरान हैं। बाजार में अचानक आई इस गिरावट ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या ये खरीदारी का सही मौका है या अभी और गिरावट देखने को मिल सकती है।
शादी-ब्याह के सीजन में सोने-चांदी की डिमांड हमेशा बढ़ जाती है, लेकिन जब कीमतों में गिरावट आती है तो लोग और ज्यादा सतर्क हो जाते हैं। बाजार की चाल, डॉलर-रुपये की स्थिति और अंतरराष्ट्रीय घटनाएं इनकी कीमतों पर सीधा असर डालती हैं। आज 18 मई 2025 को सोने और चांदी का क्या भाव है, किस शहर में कितने में मिल रहा है और आगे का रुझान क्या हो सकता है – यह जानना सबके लिए जरूरी हो गया है।
आज के ताज़ा भाव – 18 मई 2025
आज 18 कैरेट सोना 10 ग्राम के लिए ₹71,350 से ₹71,470 के बीच मिल रहा है। 22 कैरेट सोना ₹87,200 से ₹87,350 के बीच चल रहा है और 24 कैरेट सोने की कीमत ₹95,130 से ₹95,280 के बीच है। वहीं चांदी की बात करें तो 1 किलो चांदी का भाव ₹97,000 से लेकर ₹1,08,000 तक है, जो शहर के हिसाब से अलग-अलग है। 10 ग्राम चांदी की कीमत ₹970 से ₹1,080 के बीच चल रही है।
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे बड़े शहरों में गोल्ड-सिल्वर रेट लगभग एक जैसे हैं, लेकिन चेन्नई, हैदराबाद और केरल में चांदी की कीमतें काफी ऊपर देखी गई हैं। चेन्नई में 18K गोल्ड ₹71,850 तक मिल रहा है और 1 किलो चांदी का रेट ₹1,08,000 तक पहुंच चुका है।
क्यों घटे सोने-चांदी के दाम?
सबसे बड़ा कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई गिरावट है। ग्लोबल लेवल पर जब सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आती है, तो भारत में भी इसका असर तुरंत पड़ता है। इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत हो रहा है, जिससे आयात सस्ता होता है और कीमतें गिरती हैं।
शादी और त्योहारों के सीजन के खत्म होने के बाद डिमांड में भी कमी आई है, जिससे भाव नीचे आए हैं। वहीं हाल ही में भारत-पाकिस्तान और अमेरिका-चीन के बीच तनाव कुछ कम हुआ है, जिससे निवेशक जोखिम वाले निवेश से हटकर अन्य जगह निवेश कर रहे हैं। इसके अलावा ब्याज दरों और महंगाई में आए बदलाव का भी असर पड़ा है।
चांदी की कीमतों में गिरावट का ट्रेंड
मई 2025 में चांदी की कीमत ₹97,000 प्रति किलो तक गिर गई है, जबकि अप्रैल 2025 में यह ₹1,05,000 प्रति किलो थी। यानी एक महीने में करीब ₹8,000 की गिरावट देखी गई है। मार्च में तेजी थी लेकिन अप्रैल और मई में कीमतें गिरती नजर आईं।
चांदी की कीमतें ज्यादातर इंडस्ट्रियल डिमांड पर निर्भर करती हैं। सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और ग्रीन एनर्जी जैसे सेक्टर में चांदी की डिमांड धीरे-धीरे बढ़ रही है, जिससे लंबे समय में इसके भाव फिर चढ़ सकते हैं।
सोने के दाम में गिरावट का रुझान
15 मई 2025 को 24 कैरेट गोल्ड ₹2,375 गिरकर ₹91,484 प्रति 10 ग्राम तक आ गया था, लेकिन 18 मई को इसमें थोड़ी रिकवरी देखी गई और अब ये ₹95,130 – ₹95,280 के बीच मिल रहा है। यानी उतार-चढ़ाव बना हुआ है। 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने की कीमतें भी उसी के मुताबिक गिरी हैं। पिछले महीने यानी अप्रैल 2025 में 24 कैरेट सोने का रेट ₹99,100 था, और मार्च में ₹1,00,000 तक पहुंच गया था।
निवेशकों के लिए सलाह
अगर आप सोना या चांदी खरीदने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले ताजा रेट जरूर चेक करें। बाजार की चाल और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर नजर रखना बेहद जरूरी है। अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो अभी गिरती कीमतों के दौरान थोड़ा-थोड़ा करके खरीदारी करना समझदारी होगी।
खासतौर पर चांदी के मामले में आने वाले समय में इंडस्ट्रियल डिमांड बढ़ सकती है, जिससे इसके दाम बढ़ने की उम्मीद है। छोटे हिस्सों में निवेश करें, ताकि रिस्क कम हो और रिटर्न बेहतर मिल सके।
किन बातों पर निर्भर करती हैं कीमतें?
सोने-चांदी की कीमतें कई फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं – जैसे ग्लोबल मार्केट की स्थिति, डॉलर और रुपये का एक्सचेंज रेट, महंगाई, ब्याज दरें, त्योहार या शादी का सीजन, और सेंट्रल बैंक की पॉलिसी। चांदी की कीमत पर इंडस्ट्रियल डिमांड का सबसे ज्यादा असर पड़ता है।
आगे क्या हो सकता है?
जानकारों की मानें तो 2025 में गोल्ड और सिल्वर की कीमतें लगातार ग्लोबल डिमांड और महंगाई पर निर्भर करेंगी। अगर महंगाई बढ़ती है तो सोने में फिर से तेजी आ सकती है। वहीं चांदी की इंडस्ट्रियल डिमांड भविष्य में इसकी कीमतों को ऊपर ले जा सकती है।
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वो बाजार की गतिविधियों पर नजर रखें और जल्दबाज़ी में कोई फैसला न लें। सही जानकारी और रणनीति के साथ किया गया निवेश ही भविष्य में बेहतर रिटर्न दे सकता है।
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई कीमतें बाजार और शहर के अनुसार समय-समय पर बदल सकती हैं। निवेश करने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है। लेखक या प्रकाशक की किसी भी निवेश या व्यापारिक नुकसान की जिम्मेदारी नहीं होगी।